माटी से जुड़ाव और वृक्षों से जीवन : नंदगंज में जस्टिस प्रेम नरायण सिंह का भावनात्मक संदेश
स्व. कमला देवी की स्मृति में वृक्षारोपण कार्यक्रम, अरुण सिंह सहित क्षेत्र के सम्मानित जनों की उपस्थिति में संपन्न

गाजीपुर (नंदगंज) : कुछ रिश्ते ओहदों से ऊपर होते हैं — जैसे इंसान का अपनी माटी से, अपने गांव से, और अपनी जड़ों से। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय खंडपीठ, इंदौर के जस्टिस प्रेम नरायण सिंह ने नंदगंज लौटकर इस आत्मिक रिश्ते को एक नई गरिमा दी।
अपने पैतृक गांव में उन्होंने धर्मपत्नी सुशीला देवी के साथ नीम और आम के पौधे लगाकर न केवल पर्यावरण के प्रति दायित्व निभाया, बल्कि भावनात्मक रूप से गांववासियों से एक आत्मीय संवाद भी स्थापित किया।
यह अवसर था डीसीएफ डायरेक्टर शिवप्रसाद सिंह द्वारा अपनी पूज्य माता स्व. कमला देवी की पुण्य स्मृति में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम का, जिसमें आत्मीयता और सौहार्द्र का माहौल देखते ही बनता था।
जस्टिस प्रेम नरायण सिंह अपने उद्बोधन में बोले –
“वृक्ष केवल प्रकृति के अंग नहीं, हमारे भविष्य के प्रहरी हैं। जिस प्रकार हम अपनी संतान की रक्षा करते हैं, उसी भाव से हमें पेड़ों को पालना चाहिए। यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी हमारे पूर्वजों को भी और आने वाली पीढ़ियों को भी।”
इस गरिमामयी अवसर पर विशेष उपस्थिति रही गाजीपुर कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन अरुण सिंह की, जो वर्षों से सामाजिक जागरूकता, सहयोग और सेवा के क्षेत्र में प्रेरणास्तंभ रहे हैं।
उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक आदरपूर्ण स्वरूप प्रदान किया।
कार्यक्रम में नंदगंज और आस-पास क्षेत्र के प्रतिष्ठित और सक्रिय सामाजिक चेहरों ने भी अपनी सहभागिता दी, जिनमें प्रमुख नाम हैं – राजेश सिंह गुड्डू (प्रधान, सिकंदरपुर-करंडा), प्रशांत सिंह ‘चंदु’ (मास्टर), केदारनाथ सिंह, शिवप्रकाश सिंह (हरंगी), प्रतीक सिंह कुश, बुलबुल सिंह, चिंटू, सुनिल सिंह (प्रबंधक, शहीद इंटर कॉलेज नंदगंज), बहादुर बिंद, राजू विश्वकर्मा, उपेन्द्र नाथ सिंह, अंचल सिंह, अरविंद बरनवाल, बीरु सिंह आदि।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि जब किसी के भीतर गांव की माटी की सोंधी खुशबू बची होती है, तो वह जहां भी जाए, अपने लोगों और जमीन से नाता कभी नहीं तोड़ता।